आए दिन कुत्ते का शिकार बनते हैं मासूम बच्चे
महाश्वेता तिवारी, लखनऊ.
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| मासूम बच्ची अंशिका |
त्रिवेणीनगर निवासी अमित सोनकर फलों के थोक व्यापारी हैं। उन्होंने इसी साल जुलाई में अपनी तीन साल की बेटी अंशिका का एडमीशन एथिना नर्सरी स्कूल में कराया था। अंशिका की मां प्रिया के अनुसार एक दिन जब वह अंशिका को स्कूल लेने पहुंची तो क्लास में कुत्ता बैठा मिला। पूछने पर पता चला कि कुत्ता प्रिंसिपल कौशल्या पोपली का है, जिसे वे शैतान बच्चों को डराने के लिए लाती हैं। जिस क्लास में ज्यादा शोर होता है, कुत्ता वहां तैनात कर दिया जाता है। प्रिया ने बताया कि जब उनहोंने कुत्ते से मासूम बच्चों को दहशत में डालने का विरोध किया तो प्रिंसिपल कौशल्या ने आगे से ऐसा न करने का भरोसा दिलाया था। लेकिन मंगलवार को जब वह बेटी अंशिका को लेने स्कूल पहुंची तो देखा कि बेटी के पैर में घाव है और खून निकल रहा है। अंशिका को कुत्ते ने काट लिया था। इस पर उन्होंने स्कूल में पूछताछ की तो पहले तो प्रिंसिपल ने घाव के बारे में अनभिज्ञता जता दी, लेकिन जब अंशिका ने बताया कि उसे कुत्ते ने काटा है तो प्रिंसिपल कौशल्या पोपली ने बात मान ली। इसके बाद प्रिंसिपल ने बच्ची का प्राइवेट अस्पताल में इलाज करवाने का भरोसा दिलाते हुए मामले को खत्म करने का दबाव बनाया।
बेटी की हालत देखने के बाद मां प्रिया ने हसनगंज कोतवाली में प्रिंसिपल कौशल्या पोपली के खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी। पुलिस ने शिकायत की जांच शुरू की तो प्रिंसिपल कौशल्या पोपली ने प्रिया को बुधवार को स्कूल बुलाकर लेटर पैड पर माफीनामा लिखकर दे दिया। प्रिया ने बताया कि इसके बाद से उन्हें अंशिका को स्कूल से निकालने की धमकी दी जा रही है। उधर, क्लास रुम में कुत्ता बिठाने की बात से प्रिंसिपल कौशल्या पोपली पलट गई और आरोप को गलत बताया। हालांकि, पोपली का कहना था कि, अंशिका खुद ही क्लासरुम में बंधे कुत्ते के पास चली गई थी, जिसके बाद यह हादसा हुआ। हालांकि, प्रिंसिपल इस बात का जवाब नहीं दे सकीं कि मासूम बच्चों के स्कूल में कुत्ता क्या कर रहा था और उसे स्कूल क्यों लाया जाता है? उधर पुलिस का कहना है कि जांच की जा रही है, प्रिंसिपल से अभी तक मुलाकात नहीं हो सकी है, शिकायत सही पाई गई तो मामला दर्ज किया जाएगा।


