गैंगरेप की धमकी पर बिफरी महिलाएं सड़क पर

Staff Author
कलेक्टोरेट में महिलाओं ने किया प्रदर्शन और सौंपा ज्ञापन
निपानिया जाट और खामखेड़ा में बिल्डरों का फैला आंतक
ब्यूरो, भोपाल.


कलेक्टोरेट में महिलाओं ने किया प्रदर्शन
कलेक्टोरेट में महिलाओं ने किया प्रदर्शन
सरकारी जमीन पर कब्जा करके प्लाटिंग करने वाले बिल्डरों के कारण रास्ता बंद होने के खिलाफ आवाज उठाने वाली महिला को अपनी मासूम बेटी को बचाना मुश्किल हो गया है। बिल्डरों ने घर में घुसकर स्कूल जाने वाली लड़की को बीच रास्ते से उठा ले जाने और गैंगरेप की धमकी दी है, जिससे पूरा परिवार दहशतजदा है और मासूम लड़की का पड़ोस के गांव में बने स्कूल तक आना जाना बंद हो गया है। पीड़ित महिला और उसकी बेटी की पुलिस भी सुनवाई नहीं कर रही है। इसका पता चलने के बाद शुक्रवार को दो गांवों की महिलाएं इकट्टी होकर कलेक्टोरेट जा पहुंची और यहां पर प्रदर्शन के बाद भूमाफिया के खिलाफ ज्ञापन सौंपा।
इस मौके पर पीड़ित महिला परवीन बानो ने बताया कि, बीते दिन गुरुवार की दोपहर उसके घर में जबरन शादाब, खालिद और बबलू घुस आए। इन लोगों ने गालियां दी और धमकाया कि, अगर सरकारी जमीन पर प्लाटिंग करने या रास्ता खोलने की कहीं भी बात की तो उसकी लड़की को स्कूल जाते हुए बीच रास्ते से उठा ले जाएंगे। बिल्डरों ने खुलेआम धमकी दी है कि, उसकी बेटी के साथ गैंगरेप करेंगे, जिसके बाद वह किसी को मुंह दिखाने के काबिल नहीं रहेगी। इससे पूरा परिवार डर गया है और कक्षा 8 में पढ़ने वाली उसकी बेटी बगल के गांव हिनौतिया जागीर के स्कूल तक नहीं जा पा रही है। इससे पहले उसकी 14 वर्षीय बेटी रोज साइकिल से अपने छोटे भाई के साथ स्कूल जाती थी, लेकिन अब दहशतजदा होने के कारण घर के बाहर नहीं निकल पा रही है।

महिलाओं ने ज्ञापन सौंपते अल्टीमेटम दिया

पीड़ित महिला और उसकी बेटी
पीड़ित महिला और उसकी बेटी
बिल्डरों की धमकी से बिफरी निपानिया जाट और खामखेड़ा की दो दर्जन से ज्यादा महिलाओं ने शुक्रवार को एसडीएम हुजूर और तहसीलदार को ज्ञापन सौंपते हुए अल्टीमेटम दिया है कि, अगर चरोखर की जमीन पर प्लाटिंग करने और घर में घुसकर लड़की को उठा ले जाने की धमकी देने वालों को गिरफ्तार नहीं किया जाता तो सीधे सीएम हाउस तक मार्च करेंगी। नाराज महिलाओं का कहना था कि, राजस्व विभाग के कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत के कारण करोडों की सरकारी जमीन पर बेजा कब्जा करके खुलेआम बेचा जा रहा है। इससे गांववालों का रास्ता बंद हो रहा है, ऐसे में विरोध करने पर दिन दहाडे घर में घुस कर लड़कियों को उठा ले जाने और गैंगरेप करने की धमकी दी जा रही है। ज्ञापन सौंपने वालों में रामप्यारी बाई, फिलोमिना डिसूजा, रोजी डिसूजा, सईदा बी, गंगाबाई, हसीना बी, शाकिर अली, मुनव्वर भाई, नंदराम, ओंकार, सनव्वर मियां, राकेश कुमार, जान डिसूजा, गंगाराम आदि थे।

चरोखर की जमीन पर बेजा कब्जे की लड़ाई
तहसील हुजूर के तहत ग्राम निपानिया जाट और खामखेड़ा के बीच में सरकारी निस्तार और चरोखर की जमीन पर बिल्डरों ने बेजा कब्जा करके प्लॉटिंग शुरु कर दी है। इस बारे में बीते साल शाकिर अली ने कलेक्टर की जनसुनवाई में शिकायत की थी, जिस पर कलेक्टर ने जांच के बाद सख्ती से बेजा कब्जे हटवा दिए थे। इसके बाद दोबारा सरकारी चरोखर की जमीन पर कब्जा किया जा रहा है, जिसमें राजस्व कर्मचारियों की भूमिका भी संदिग्ध है। दूसरी ओर, बेजा कब्जा करने वालों ने आम रास्ते पर पानी भर दिया है और प्लॉट काटने के लिए ट्रैक्टर चलाया है। इससे कीचड़ हो गया है और दोनों गांवों के रहवासियों का निकलना दूभर हो गया है। इससे परेशान किसान और ग्रामीण शिकायत करते हैं तो बिल्डर धमकाते हैं।