भरी पंचायत में दलित पंच को घसीट-घसीट कर मारा

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ब्यूरो, भोपाल
सूबे में दलितों के सम्मान और सुरक्षा की यह बानगी है। गांव की समस्याओं को दूर करने के लिए बुलाई गई ग्राम पंचायत की विशेष बैठक में शामिल होने वाले एक पूर्व दलित पंच को उप सरपंच ने भरी पंचायत में घसीट घसीट कर मारा। इसकी रिपोर्ट अजाक थाने में करने पर एफआईआर दर्ज करके गिरफ्तारी करने के बजाय जांच के लिए तारीख दे दी गई। 


गांववालों ने पुलिस मुख्यालय तक रैली निकाली-सैकड़ों गांववालों ने पुलिस मुख्यालय तक रैली निकाली
-अजाक थाने में एफआईआर के बजाय जांच से नाराज
-उप सरपंच के खिलाफ कार्रवाई के बजाय टाल मटोल
-गिरफ्तारी नहीं होने पर पीएचक्यू पर धरने की चेतावनी


यह वाकया है भोपाल जिले की इस्लाम नगर ग्राम पंचायत का, जहां के सैकडों ग्रामीणों ने सोमवार को पुलिस मुख्यालय तक रैली निकाली और सुरक्षा की गुहार लगाई। इसके बाद हलचल मची और गांववालों को अजाक थाना भोपाल भेजते हुए जल्द कार्रवाई का भरोसा दिलाया गया। हालांकि, इसके बाद फिर से गांववालों को अजाक थाने से जांच के लिए दो दिन बाद आकर बयान देने का कह कर विदा कर दिया गया। इससे आहत गांववालों ने मीडिया से बातचीत में साफ कहा कि, अगर दोषी उप सरपंच के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके गिरफ्तार नहीं किया जाता तो पीएचक्यू के सामने की धरने पर बैठ जाएंगे। इस दौरान पीड़ित पूर्व पंच खुशीलाल धानक सहित मौजूदा पंच रमेश कुमार मांझी, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डॉ. पीएस यादव, मुकेश कुमार, जगदीश अहिरवार, कामता प्रसाद, जगन्नाथ कुशवाहा, नाथूराम, कालूराम शेटिया, आदिलराज, पुनिया बाई, काशी बाई, सुमित्रा बाई, मुन्नी बाई सहित ग्रामीण थे।

विशेष बैठक से नाराज उप सरपंच ने मारा
पूर्व पंच खुशीलाल धानक
पूर्व पंच खुशीलाल धानक
पंच रमेश मांझी
पंच रमेश मांझी
गांववालों ने बताया कि पूरे इस्लाम नगर में उप सरपंच रमाकांत मालवीय का आंतक फैला हुआ है। कांग्रेसी होने के बाद भी भाजपा विधायक और नेतओ के साथ अपनी फोटो दिखाकर धमकाता रहता है। गांव में विकास कार्य नहीं करवाए जाने की शिकायत करने पर ग्रामीणों से अभद्रता की जाती है और कहीं भी शिकायत करने पर धमकाया जाता है। गांव में सड़क का निर्माण नहीं हो सका है, गलियों में गंदा पानी भरा रहता है। मरम्मत कार्य जमीन के बजाय कागजों पर हो जाते हैं। पुराने संरक्षित किले पर खुलेआम अतिक्रमण किया जा रहा है। ऐसे में भूमिहीन गांववालों के लिए चरनोई की जमीन के पट्टे दिए जाने के लिए विशेष बैठक बुलाई गई, लेकिन 26 जनवरी को कोरम पूरा नहीं होने से स्थगित कर दी गई। इसके बाद 29 जनवरी को पंचायत भवन परिसर में विशेष बैठक बुलाई गई, जिसमें नियमानुसार कोरम पूरा होने पर प्रस्ताव पारित करके जनपद पंचायत और कलेक्टर को भेजने का तय किया गया। इससे नाराज उप सरपंच रमाकांत मालवीय ने गालियां देनी शुरु कर दी। इसका पूर्व पंच खुशीलाल धानक ने विरोध किया, जिस पर रमाकांत मालवीय ने जान से मारने की धमकी देते हुए टूट पड़ा और मारते हुए घसीटने लगा। उप सरपंच ने धानक की गर्दन दबा ली और कहा कि, जान से मार डालेगा। इस पर पंच रमेश मांझी और दूसरे गांववालों ने किसी तरह से खुशीलाल धानक को बचाया।

गोंड राजा किला पर अतिक्रमण
डॉ. पीएस यादव
डॉ. पीएस यादव
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी डॉ. पीएस यादव ने बताया कि, पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित घोषित ऐतिहासिक गोंडराजा के किले पर उप सरपंच रमाकांत मालवीय ने अतिक्रमण कर रखा है। इसकी लिखित शिकायत आयुक्त, पुरातत्व विभाग और कलेक्टर निकुंज कुमार श्रीवास्तव को करने पर तत्काल हटाने के निर्देश एसडीएम को दिए गए थे, फिर भी अतिक्रमण नहीं हटा। गांव में जांच करने पहुंचे पटवारी और राजस्व निरीक्षक ने गांव वालों को दूर ही रखा और उप सरपंच की मेहमान नवाजी स्वीकार करके लौट गए। पुरातत्व विभाग भी जिला प्रशासन और पुलिस को अतिक्रमण हटाने के बारे में लिख चुका है, लेकिन मिलीभगत के कारण कार्रवाई नहीं हो पाती है। गांव वालों से आए दिन मारपीट की जाती है, जिसकी शिकायत होने पर स्थानीय पुलिस चौकी पर सुनवाई के बजाय भगा दिया जाता है।