लोकोमोटिव, कोच और वैगन के निर्माण संबंधी कलपुर्जों की होती है खरीद
शत-प्रतिशत खरीद होती है इलेक्ट्रानिक परचेज सिस्टम (ईपीएस) के जरिए
ब्यूरो, जबलपुर
अब पश्चिम मध्य रेल में खरीदी का काम पूरी तरह से इलेक्ट्रानिक परचेज सिस्टम (ईपीएस) के जरिए हो रही है। रेलगाड़ी संचालन के लिए लोकोमोटिव, कोच एवं वैगन के निमार्ण हेतु सामग्री, कल-पुर्जे एवं स्पेयर पार्र्ट्स की करोड़ों की खरीद होती है, जिसके लिए सूचना प्रौद्योगिकी के साथ अत्याधुनिक उच्च तकनीकी को लागू किया गया है। इससे प्रदेश के स्थानीय उद्योग को फायदा पहुंचेगा।
पश्चिम मध्य रेल विभाग के क्रय विभाग ने इलेक्ट्रानिक खरीद सिस्टम (ईपीएस) के माध्यम से शुरु की है, जो एक इंटरनेट वेब आधारिक आवेदन है। अब वेंडर एवं आपूर्तिकर्त्ता इंटरनेट पर उपलब्ध आईआरईपीएस वेबसाइट से पश्चिम मध्य रेलवे के निविदा संबंधी सूचनाएं चैबीसों घण्टे प्राप्त कर सकते हैं। इस सिस्टम में वेंडरों के लिए यह सुविधा है कि, वे वेबसाइट के माध्यम से सीधे अपना इलेक्ट्रानिक खाता खोल सकते हैं, ताकि उन्हें ई-निविदा का विवरण सीधे वेबसाइट पर उपलब्ध हो जाए और वे ई-बोली लगा सकें। बोली में भाग लेने वाले आपूर्तिकर्ता और विक्रेता को निविदा में भाग लेने की सूचना एसएमएस और ई-मेल भेजने का प्रावधान किया गया है।
सुरक्षित और त्वरित है ईपीएस
ईपीएस सिस्टम पूरी तरह से सुरक्षित एवं वैधानिक है, क्योंकि सभी ई-व्यापार, लेनदेन, यूजर आई डी तथा पासवर्ड के साथ तृतीय श्रेणी डिजीटल हस्ताक्षर से वैध किया गया है। इस इलेक्ट्रानिक परचेज सिस्टम से रेल को काफी फायदा पहुंचा है तथा पूरे देश में औद्योगिक इकाइयों द्वारा सराहना की गई है। अब वेंडरों को पश्चिम मध्य रेलवे के क्रय कार्यालय आने की आवश्यकता नहीं है तथा वे आई टी उपकरण के माध्यम से कहीं से भी क्रय प्रक्रिया में शामिल हो सकते हैं। वेबसाइट में वेंडरों के लिए निविदाओं पर उनकी ई-बोली की पारस्परिक स्थिति (इंटर से पोजिशन) पता करने की सुविधा भी उपलब्ध है, क्योंकि उन्हें सभी निविदाओं के ई-बोली कीमत का विवरण भी मिलता है। इस सिस्टम से खरीद प्रक्रिया में न केवल अत्यधिक पारदर्शिता आई है, जो कि सार्वजनिक खरीद प्रक्रिया का मुख्य सिद्धांत है, बल्कि खरीद प्रक्रिया में कई गुणा सुधार हुआ है। निविदाओं का विवरण, विशिष्टिकरण, पात्रता मानदण्ड, चयन मानदण्ड, सभी निविदाओं, आपूर्तिकर्त्ताओं की विशेष शर्तों सहित निबंधन व शर्तें दर्शाते हुए पारदर्शिता प्रक्रिया लागू की गई है।
