कलेक्टोरेट में जनसुनवाई के तहत कमिश्नरी में 7 और कलेक्ट्रेट में 108 आवेदन आए
ब्यूरो, भोपाल
निर्माण कार्यों में कमीशनखोरी और महात्मा गांधी रोजगार गारंटी योजना के तहत विभिन्न कार्यों को गांव के मजदूरों से करवाने के बजाय मशीनों से करवाने पर र्इंटखेड़ी के सरपंच पर गाज गिरने के पुख्ता आसार है। सरपंच को पद से हटाने के साथ ही वसूली भी हो सकती है।
दरअसल, जनसुनवाई के तहत कलेक्टोरेट में ईंटखेड़ी ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने बताया कि सरपंच द्वारा पद का दुरूपयोग किया जा रहा है। निर्माण कार्यों में कमीशनखोरी के चलते निर्माण कार्य घटिया हो रहे हैं। स्कूलों का निरीक्षण नहीं किया जाता, जिससे शिक्षा का स्तर गिर रहा है। मनरेगा के काम मशीनों से कराए जा रहे हैं और सरकारी जमीन पर कब्जा करने वालों को संरक्षण दिया जा रहा है। इस पर अपर कलेक्टर बसंत कुर्रे ने एसडीएम हुजूर राजेश श्रीवास्तव को निर्देश दिए कि वह ईटखेड़ी ग्राम पंचायत के सरपंच के क्रिया कलापों की जांच करें। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि जांच में सरपंच द्वारा पद के दुरूपयोग का आरोप सिद्ध होने पर पद से हटाने की कार्रवाई पंचायतराज अधिनियम की धारा 40 के तहत करें।
मंगलवार को कमिश्नर कार्यालय में 7 आवेदकों ने आवेदन दिए, जिनकी सुनवाई करते हुए उपायुक्त सीएल डोडियार ने संबंधित अधिकारियों को निराकरण के निर्देश दिए। कलेक्ट्रेट में 108 आवेदक पहुंचे, जिनकी सुनवाई अपर कलेक्टर बसंत कुर्रे और डिप्टी कलेक्टर आरएस परिहार ने की।
वेतन भुगतान के निर्देश
सेमविक बायोटेक के एमडी विजेन्द्र जैन से उनके कर्मचारी को नियमानुसार वेतन का भुगतान कराया जायेगा। सहायक श्रमायुक्त वेतन भुगतान करायेंगे। अपर कलेक्टर कुर्रे ने सेमविक बायोटेक के कर्मचारी रहे सुरेन्द्र कुमार माथुर के आवेदन पर निर्देश सहायक श्रमायुक्त को दिए हैं। आवेदन में माथुर ने बताया कि दिसम्बर,11 से फरवरी,12 के दौरान सेमविक बायोटेक कंपनी को दी गई सेवाओं के वेतन और भत्ते का भुगतान नहीं किया जा रहा है। कंपनी मालिक विजेन्द्र जैन ने कंपनी का पता बदल लिया है।