सरेंडर करने से पहले ही झांसी के पास मिली राजा उर्फ राजकुमार की लाश
शब्बीर अहमद, बेगमगंज.
![]() |
| घटनास्थल का निरीक्षण करते पुलिस अधिकारी |
गौरतलब होगा कि, 21 नवबंर की रात को बेगमगंज के सौभाग्य ज्वेलर्स को लूटने के दौरान एक लुटेरे को जनता ने धर दबोचा था। इससे ही पूछताछ के बाद फरार हो गए लुटेरों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने कोशिशें तेज कर दी थीं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, फरार आरोपी राजा उर्फ राजकुमार एवं अमरसिंह की तलाश में बेगमगंज पुलिस झांसी की गलियों की खाक छानने के बाद आरोपियों के घर तक पहुंच गई थी, लेकिन आरोपी नहीं मिल सके। इसके बाद स्थानीय पुलिस की भी मदद ली गई, जिसके नतीजे में पुलिस के लगातार दवाब के चलते एक आरोपी राजा उर्फ राजकुमार संरेडर करने के लिए बेगमगंज आना चाह रहा था। इसी बीच अचानक मंगलवार सवेरे उसकी लाश मिलने की जानकारी मिली है। पुलिस का मानना है कि, गैंग लीडर अमरसिंह द्वारा अपना भेद खुलजाने के डर से उसकी हत्या की गई होगी। अमर सिंह कुख्यात लुटेरा है, जिस पर झांसी सहित उत्तरप्रदेश के कई थाना क्षेत्रों में गंभीर अपराध पंजीबद्ध हैं। अब पुलिस का सारा जोर अमर सिंह की गिरफ्तारी पर लग गया है।
जल्द होगी गिरफ्तारी
लुटेरों के बारे में पुलिस लगातार मुखबिरों के संपर्क में हैं, इसके साथ ही मोबाइल कॉल डिटेल भी खंगाली जा रही है। लुटेरों की गिरफ्तारी के लिए हर संभव कोशिश की जा रही है, जल्द ही गिरफ्तारी होगी।
शशिकांत शुक्ला, पुलिस अधीक्षक, रायसेन
-----------------------------------------------
यह है घटनाक्रम
तीन सदस्यीय गिरोह ने की थी लूटने की कोशिश
![]() |
| मौके से जब्त 315 बोर का कट्टा |
एकमात्र पकड़ाए लुटेरे से पूछताछ के बाद सामने आई सच्चाई चौंकाने वाली है। लुटेरों ने झांसी से भोपाल जाते हुए रास्ते में पैसे कम पड़ने पर लूट करने की कोशिश की थी, लेकिन नाकाम रहे। पकड़ाए लुटेरे युसुफ अली से मिली जानकारी के अनुसार युसुफ अली पुलिया नं. 9, थाना प्रेमनगर, झांसी, उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। गरीबी के कारण सिर्फ कक्षा 10 तक पढ़ा युसुफ बेकरी पर काम करता है। वह अपनी काले रंग की पल्सर मोटर साईकिल से अपने दोस्त अमरसिंह 21 वर्ष एवं राजा उर्फ राजकुमार 22 वर्ष सभी निवासी झांसी उत्तरप्रदेश के साथ भोपाल जा रहा था। अचानक बीच रास्ते में तीनों के पैसो खत्म होने को आ गए। ऐसे में आगे बढ़ने और खाने पीने के लिए रास्ते में ही लूट की योजना बनाई। इस बीच तीनो लुटेरे बेगमगंज तक आ गए थे, जहां पर बुधवार की शाम करीब 7 बजे घात लगाई और सौभाग्य श्री ज्वलेर्स को निशाना बनाने का तय किया। तीनों को आसपास दुकाने कम होने से लूट करने में आसानी लगी। तीनों आरोपी अलग अलग होकर आसपास की चाय दुकानों पर बैठकर ज्वेलर्स की दुकान बंद करने का इंतजार करने लगे। रोजाना की तरह सौभाग्य श्री ज्वेलर्स के मालिक प्रेमचंद तांतेड ने दुकान बंद करवाई और अपने बेटे और कर्मचारी के साथ घर जाने के लिए मुडेÞ, वैसे ही युसुफ हाथ में कट्टा लिए आ धमका। उसने कट्टा दिखाकर सोने के आभूषण से भरा बैग छुड़ाने का प्रयास किया और फायर भी कर दिया, लेकिन किस्मत से गोली कहां गई किसी को पता नहीं चला। आस पास के लोगों को लगा कि, किसी ने पटाखा चलाया है। इसी दौरान दुकान मालिक प्रेमचंद तांतेड़ उनके बेटे यश तांतेड़ एवं कर्मचारी बृजेश बैरागी ने मिलकर युसूफ को दबोच लिया। इसके बाद ही लोगों को समझ में आया कि, कोई घटना घटित हो गई है। इसी बीच लुटेरों का दूसरा साथी जो हाथ में कट्टा लिए था, वह भागा और लोगों को डराने के लिए उसने भी फायर कर दिया और आगे जाकर दूसरे लुटेरे के साथ काले रंग की मोटर साईकिल पर बैठकर सागर तरफ भाग गए।
पीट पीट कर लुटेरे को अधमरा किया
![]() |
| भीड़ के चुंगल से लुटेरे को बचाकर ले जाती पुलिस |


