खादिमों ने नहीं की हाजियों की खिदमत

Staff Author
सूबे से गए 10 में से 5 खादिमुल हुज्जाज की रिपोर्ट वेरी पुअर
खिदमत नहीं करने वालो से की जाएगी यात्रा भत्तों की वसूली

सीमा खान, भोपाल


खादिमों ने नहीं की हाजियों की खिदमत
खादिमुल हुज्जाज हाजियों को अकेला छोड़कर गायब हो गए
हज यात्रियों की खिदमत के नाम पर हज पर जाने वाले खादिमुल हुज्जाजों ने खिदमत नहीं की, बल्कि हाजियों को अकेला छोड़कर गायब हो गए थे। सूबे से सरकारी खर्च पर भेजे गए 10 में से 5 खादिमुल हुज्जाज ने तो पूरे हज के दौरान हाजियों को शक्ल तक नहीं दिखाई।
गौरतलब होगा कि, हज यात्रा पर जाने वालों को हज के अरकान पूरे करवाने और मार्गदर्शन करने के लिए खादिमुल हुज्जाज भेजे जाते हैं। खादिमों को इसके साथ ही हज यात्रियों के बीमार पड़ने पर इलाज करवाने, उनके परिवारों से फोन पर बात करवाने, ठहरने और खाने-पीने आदि का इंतजाम देखना होता है। आमतौर पर एक हजार से बारह सौ हज यात्रियों पर एक खादिम की नियुक्ति होती है। इस बार मध्यप्रदेश से 10 खादिमों को भेजा गया था, जिनमें से आधे खादिमों ने अपनी जिम्मेदारी ईमानदारी से नहीं निभाई और हाजियों को अल्लाह भरोसे छोड़कर गायब हो गए। 
इसका खुलासा इंडियन हज मिशन की गोपनीय रिपोर्ट में किया गया है। हालांकि, स्टेट हज कमेटी इस रिपोर्ट के मिलने से इंकार कर कर रही है। दूसरी ओर, नियमानुसार अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाने वाले खादिमों से पूरे खर्चों की वसूली की जा सकती है। चूंकि, सरकारी कर्मचारी को ही खादिम बनाया जाता है तो, खर्चों की वसूली संबंधित खादिम के नहीं चुकाने पर वेतन से कटौती करके होगी।

2 भोपाल के और 3 इंदौर के
अपनी जिम्मेदार ईमानारी से नहीं निभाने वाले खादिमों में भोपाल के 2 और इंदौर के 3 खादिमुल हुज्जाज बताए जाते हैं। सूत्रों के अनुसार, भोपाल के दो खादिमों को मक्का शरीफ में इंडियन हज मिशन के अधिकारियों ने लापरवाही बरतने पर जमकर फटकार भी लगाई। इसी तरह इंदौर से गए तीन खादिमों के परफार्मेंस को वेरी पुअर बताते हुए विपरीत टिप्पणी की गई है।

खिदमत के लिए होता है चयन
खादिमों का चयन हज यात्रियों की खिदमत के लिए होता है। इसके लिए शर्त होती है कि, सरकारी कर्मचारी हो, उम्र 50 साल से ज्यादा न हो, अरबी-उर्दू भाषा का ज्ञान हो और कम से कम एक बार पहले हज किया हो। इस पैमाने पर खरे उतरने के बाद ही खादिमुल हुज्जाज बतौर चयन किया जाता है। एक खादिम पर करीब सवा लाख रुपए का खर्च आता है।

 फरमाते हैं जिम्मेदार-
अभी तक खादिमुल हुज्जाजों की परफार्मेंस रिपोर्ट अधिकृत तौर पर नहीं मिली है। जफिर भी खादिमुलहुज्जाज के परफार्मेंस को वेरी एक्सीलेंट बताया गया है। वैसे इस बारे में बात करने के लिए सिर्फ चेयरमैन ही अथराइज हैं, वही बता सकते हैं कि हज यात्रियों की खिदमत नहीं करने वाले खादिमों से यात्रा भत्तों की वसूली के लिए क्या कार्रवाई होगी।
दाउद अहमद खान, सीईओ, स्टेट हज कमेटी